पीएम मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का नेतृत्व किया; अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर क्या बोले PM मोदी?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को श्रीनगर से 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का नेतृत्व किया और दुनिया भर में लाखों लोगों ने इस अवसर को मनाने के लिए योगा अभ्यास शुरू किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर योग साधना की भूमि है। पीएम मोदी ने योग कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मैं अब दुनिया में जहां भी जाता हूं, वैश्विक नेता अब योग की बातें करते हैं। जिसे भी मौका मिलता है, वह योग की चर्चा शुरू कर देता है। दुनियाभर से लोग ऑथेंटिक योग सीखने भारत आते हैं। आज पूरी दुनिया में योग करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। लोगों में योग के प्रति आकर्षण बढ़ा है।

पीएम मोदी ने विशाल योग सत्र का नेतृत्व किया, जिसमें 7,000 से अधिक अन्य प्रतिभागी शामिल हुए। इस कार्यक्रम में बाद में प्रधानमंत्री द्वारा एक सभा को संबोधित करने की भी उम्मीद है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाले कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री प्रतापराव गणपतराव जाधव और कई अन्य लोगों के भी शामिल होने की उम्मीद थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे कश्मीर आने का सौभाग्य मिला है। हमें योग से जो शक्ति मिलती है, मैं श्रीनगर में उसे महसूस कर रहा हूं। मैं देश के सभी लोगों और दुनिया के कोने-कोने में योग करने वालों को कश्मीर की धरती से योग दिवस की बधाई देता हूं अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 10 वर्ष की ऐतिहासिक यात्रा पूरी कर चुका है।

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा,” मैंने 2014 में संयुक्त राष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा था। भारत के उस प्रस्ताव का 177 देशों ने समर्थन किया था, जो अपने-आप में एक रिकॉर्ड था। तब से योग दिवस लगातार नए रिकॉर्ड बनाता जा रहा है। 2015 में दिल्ली में कर्तव्य पथ पर 35 हजार लोगों ने एक साथ योग किया।”

योग पर हो रही रिसर्च’

पीएम मोदी ने कश्मीर का जिक्र करते हुए कहा,”जम्मू कश्मीर योग-साधना की भूमि है। इससे उत्पादकता और सहनशक्ति बढ़ती है। योग से नए अवसर पैदा हुए हैं। योग केवल विद्या नहीं बल्कि विज्ञान है। योग से एकाग्रता बढ़ती है। योग पर अब रिसर्च हो रही है। योग टूरिज्म का नया ट्रेंड बन गया है।

‘एस्ट्रोनॉट भी करते योग’

पीएम मोदी ने ध्यान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि सूचना और संचार के युग में ध्यान केंद्रित करना बहुत मुश्किल हो गया है। ऐसे में लोगों के लिए योग बहुत जरूरी हो गया है। यह सकारात्मक प्रयासों में सहयोग करता है। उन्होंने कहा- एस्ट्रोनॉट भी योग करते हैं।