घर में घुसकर मां-बेटी से लूट करने वाले चार बदमाश गिरफ्तार, मुठभेड़ में गोली लगने से दो घायल
बरेली के कैंट थाना क्षेत्र के नकटिया में 27 जुलाई की रात बदमाशों ने घर में घुसकर मां-बेटी को बंधक बना लिया था। नकदी-जेवर लूटकर फरार हो गए थे। लूटकांड के चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बरेली के कैंट थाना क्षेत्र के नकटिया में तीन दिन पहले शहनाज बेगम के घर हुई लूट का खुलासा डकैती में हुआ है। घटना में पांच आरोपी शामिल थे, जिनमें से परिवार का परिचित युवक अर्श सैफी घटना के दौरान एक अन्य आरोपी के साथ बाहर ही खड़ा रहा। आरोपियों में दो राज मिस्त्री भी थे, जो घर में घुसे थे। उन्हें पता था कि घर में अकेली वृद्धा शहनाज ही रहती है लेकिन उस रात वहां उनकी बेटी भी मिली तो उनके भी जेवर लूट लिए।
प्रेमनगर थाने में कैंट थाना क्षेत्र के इस मामले का खुलासा एसपी सिटी राहुल भाटी और सीओ सिटी प्रथम पंकज श्रीवास्तव ने किया। उन्होंने चार आरोपियों को पेश किया। इनमें से दो आरोपियों को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया। दोनों के पैर में गोली मारी गई थी। आरोपियों से 31 हजार रुपये और जेवर बरामद किए गए। एक अन्य आरोपी की जल्दी गिरफ्तारी की बात कही जा रही है।
शनिवार रात हुई थी घटना
नकटिया में सिटी पैलेस बरातघर के सामने रहने वाली शहनाज बानो के पति हाजी फुरकत अली खां की मौत हो चुकी है। शहनाज घर में अकेली रहती हैं। शनिवार को जलालाबाद निवासी उनकी विवाहित बेटी दीपा यादव अपने 11 वर्षीय बेटे के साथ उन्हें देखने आई थी। मां-बेटी बच्चे के साथ सो रही थीं। रात करीब तीन बजे नकाबपोश बदमाश उनके घर में घुस आए।
बदमाशों ने मां-बेटी पर तमंचे तान दिए। उन लोगों को जान से मारने की धमकी देते हुए जेवर व नकदी देने को कहा। इससे पहले दोनों के मोबाइल बदमाशों ने छीन लिए। शहनाज ने शोर मचाने की कोशिश की तो एक बदमाश ने उनका गला दबा दिया। इससे मां-बेटी दहशत में आ गईं। बदमाशों ने पास में रखी चाबी से संदूक खोलकर जेवर, 50 हजार रुपये व अन्य सामान लूटकर फरार हो गए थे। पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लूटकांड में खुलासा कर दिया।
मुस्लिम परिवार से जुड़ीं तो बदल लिया था धर्म
करीबियों के मुताबिक शहनाज का नाम पहले सुषमा यादव था। उनके पति सीतापुर जिले के निवासी थे और यहां पीएसी आठवीं बटालियन में कैशियर पद पर तैनात थे। इसी दौरान जब परिवार नकटिया में रहा तो सुषमा के संबंध हाजी फुरकत अली खां से हो गए। पति की मौत के बाद उन्होंने धर्म परिवर्तन कर अपना नाम शहनाज रखा और फुरकत अली खां से निकाह कर लिया। पहले पति से उनके पुत्र और पुत्री दीपा हैं, जो बाहर रहते हैं। दीपा अक्सर आती रहती हैं।