सौतेली माँ ने हैवानियत की सारी हदें की पार, मासूम को ज़िन्दा ही जमीन में दफनाया…..

ऊधम सिंह नगर के काशीपुर क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आ रही है, यहां थाना आईटीआई इलाके के खड़कपुर देवीपुरा में एक कलमुंही सौतेली मां ने ईर्ष्या वश मासूम बच्ची को हाथ पैर बंधकर जिंदा जमीन में दबा दिया। किसी तरह इस मामले की सूचना स्थानीय पुलिस को मिली तो पुलिस ने घर के नजदीक लगें सीसीटीवी कैमरे फुटेज को खंगाला तो मकान में बच्ची जमीन में दफन मिली। रात के करीब 12 बजे आसपास के रहने वाले लोगों की मौजूदगी पुलिस ने बच्ची का शव जमीन से बाहर निकाला।

इस दिल दहला देने वाली खबर को सुनकर हर कोई हैरत में पड़ गया और उसकी रुह सन रहा गई। पुलिस ने मासूम बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।

खबर के मुताबिक काशीपुर क्षेत्र के खड़कपुर देवीपुरा के रहने वाले बिजली का काम करने वाले मोनू की शादी करीब आठ साल पहले यही की रहने वाली एक युवती से हुई थी। उसका एक बेटी सोनी उम्र आठ वर्ष और एक छह वर्षीय बेटी तन है। छोटी बेटी की पैदाइश के कुछ बाद रीना की मौत हो गई थी। पत्नी की भी जन्म के दौरान मौत हो गई थी। पत्नी की मौत के बाद मोनू ने फाजलपुर डिलारी की रहने वाली लक्ष्मी नाम की युवती से दूसरी शादी कर ली।

लक्ष्मी ने भी दो बेटियों को जन्म दिया। स्थानीय लोगों के मुताबिक लक्ष्मी पहले वाली बेटी के साथ सौतेला व्यवहार करती थी। गुज़रे बुधवार को एका एक आठ वर्षीय सोनी घर से गायब हो गई। शाम को जब मोनू घर आया तो उसने उसकी खोजबीन शुरू कर दी। काफी खोजबीन के बाद जब कुछ पता नहीं चला तो उसने इस मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बच्ची की तलाश शुरू कर दी।

पुलिस ने घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे फुटेज खंगाली तो पता चला कि पड़ोस में रहने वाले राम के घर में मोनू की पत्नी लक्ष्मी मासूम बच्ची को लेकर आईं थीं। लक्ष्मी से गहनता से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म इकबाल करते हुए मासूम बच्ची को जमीन में जिंदा दफन करने की बात कबूली। पुलिस ने आधी रात 12 बजे स्थानीय लोगों की मौजूदगी में जमीन में दफन बच्ची का शव बाहर निकाला। बच्ची के दोनों हाथ और पैर बंधे हुए थे और उसे एक बोरी में लपेट कर जमीन में दफन किया गया था। इस खौफनाक मंजर को देखकर हर किसी की रूह फना हो गई। लोगों में एक मासूम बच्ची को इस तरह मौत के घाट उतारने को लेकर काफी आक्रोश है।