पहले पत्नी ने लगाई फांसी… फिर एक घंटे बाद सिपाही ने सरकारी राइफल से गोली मारकर की खुदकुशी!
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जनपद में चुनाव ड्यूटी से घर आए सिपाही की उसके पत्नी से किसी बात को लेकर विवाद हो गया. जिसके बाद पत्नी ने फांसी के फंदे से लटक कर मौत को गले लगा लिया। इस घटना के एक घंटे बाद सिपाही ने भी अपनी सरकारी रायफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. सिपाही और उसकी पत्नी के सुसाइड करने की खबर मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया.
मामला रैपुरा थाना क्षेत्र के देवकली गांव का है, जहां मयंक पटेल नाम का सिपाही झांसी में जीआरपी थाने में तैनात था. पहले चरण के चुनाव ड्यूटी में बिजनौर गया था. चुनाव ड्यूटी खत्म कर 21 अप्रैल को सीधे अपने गांव आ गया था और अगले दिन पत्नी से किसी बात को लेकर उसकी कहासुनी हो गई थी. जिसके बाद सोमवार देर रात पत्नी कुसुम ने बंद कमरे में फांसी के फंदे से लटक कर मौत को गले लगा लिया. सिपाही मयंक ने जब पत्नी को फांसी के फंदे से लटका देखा तो इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी. जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया. पत्नी की मौत के बाद सिपाही पति भी अपनी सरकारी रायफल से आत्महत्या करने का प्रयास करने लगा. जिस पर परिजनों ने रायफल छीनकर घर में रख लिया, लेकिन सिपाही मयंक ने ड्यूटी पर जाने की बात कहकर फिर से सरकारी रायफल लेकर निकल गया और घर से कुछ दूरी पर ग्राम प्रधान के घर के सामने गर्दन में रायफल लगाकर खुद को गोली मार लिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
पीड़ित परिजनों ने बताया कि मृतक सिपाही मयंक की शादी बसिला गांव की कुसुम नाम की युवती से 2019 में हुई थी. उनका डेढ़ वर्ष का आर्यन नाम का एक लड़का भी है. मृतक मयंक 2016 में यूपी पुलिस में भर्ती हुआ था और जीआरपी झांसी में तैनात था. इस मामले में पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह का कहना है कि पुलिस को सूचना मिली कि मयंक नाम के सिपाही ने सुसाइड कर लिया है. मौके पर खुद उन्होंने निरक्षण किया और फील्ड यूनिट व फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का मुआयना कर शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया गया. आगे विधिक कार्यवाही की जा रही है.