उमरा कराने के नाम पर सेवानिवृत्त प्राचार्य से 5.4 लाख रुपये की ठगी; छह लोगों पर रिपोर्ट!
बरेली की संस्था इबादत उमराह प्राइवेट लिमिटेड इंडिया ने उमरा यात्रा कराने के नाम पर ठगी कर ली। पीड़ित ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की तो बारादरी थाने में संस्था के निदेशक समेत छह कर्मचारियों पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।
राजस्थान के जोधपुर निवासी मोहम्मद मुनईम अहमद उस्मानी ने बताया कि वह जोधपुर के केंद्रीय विद्यालय से प्राचार्य पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उन्होंने बरेली की संस्था इबादत उमराह प्राइवेट लिमिटेड इंडिया से मक्का-मदीना (उमरा) की यात्रा पर जाने के लिए संपर्क किया था। परिवार के छह सदस्य और एक बच्चे को यात्रा कराने के लिए तीन से आठ अगस्त के बीच 5.4 लाख रुपये ऑनलाइन दिए। उस्मानी के मुताबिक यह रकम उन्होंने अपने और बेटे मोहम्मद वकार के खाते से दिए।
संस्था की कर्मचारी इमराना और जुनैद ने वीजा व टिकट भेजे। इसके बाद तस्लीम नाम के व्यक्ति से मना करवा दिया कि वह उन्हें नहीं भेज सकते। एक-दो दिन में रुपये वापस कर दिए जाएंगे। जब रकम वापस नहीं मिली तो उन्होंने संस्था के कार्यालय में अपने कई मिलने वालों को भेजा।
संस्था के कर्मचारियों ने 20 सितंबर को कोरियर से चेक भेजा। तीन अक्तूबर 2023 को चेक बाउंस हो गया। दूसरी बार 17 अक्तूबर 2023 को दस्तखत मिलान न होने की वजह से डिसऑनर हो गया। तस्लीम, वसीम हसन और संस्था के निदेशक को कॉल किया तो वे धमकाने लगे।
असम के शख्स ने सात लाख की ठगी की रिपोर्ट कराई-
इबादत उमराह प्राइवेट लिमिटेड इंडिया संस्था व तस्लीम शाद पर एक और रिपोर्ट बारादरी थाने में असम के नागौन निवासी अब्दुल बशर ने कराई है। अब्दुल बशर ने बताया कि तस्लीम शाद आदि ने 6.94 लाख रुपये उधार के तौर पर ले लिए। इन रुपयों को काफी समय तक नहीं लौटाया।
दो चेक दिए जो डिसऑनर हो गए। बाद में आरोपी उन्हें धमकाने लगे। अब्दुल बशर की ओर से मामला दर्ज कर बारादरी पुलिस ने विवेचना शुरू कर दी है। एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।