ऐतिहासिक क्षण! अबू धाबी में 14 फरवरी को खुलेगा पहला हिंदू मंदिर, PM मोदी करेंगे उद्घाटन!
बीते महीने जहां राम नगरी अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई, वहीं 14 फरवरी को यूएई में भी हिंदू मंदिर का उद्घाटन है। अयोध्या की तरह यूएई में भी पीएम मोदी कार्यक्रम का हिस्सा होंगे। मंदिर का निर्माण बोचासनवासी श्री अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) ने कराया है। 27 दिसंबर 2023 को बीएपीएस ने उद्धाटन समारोह के लिए पीएम मोदी को आमंत्रित किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबू धाबी में हैं। यहां उन्होंने मंगलवार, 13 फरवरी को अबू धाबी के शेख जायद स्टेडियम में आयोजित ‘अहलान मोदी’ (Ahlan Modi) कार्यक्रम को संबोधित किया।
बुधवार, 14 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही वह दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और गहरा, विस्तारित और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।
यूएई में कहां बनाया गया है हिंदू मंदिर?
मंदिर यूएई की राजधानी अबू धाबी में ‘अल वाकबा’ नाम की जगह पर बनाया गया है। यह धर्म स्थल 20,000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। हाइवे से सटी अल वाकबा नामक जगह अबू धाबी से तकरीबन 30 मिनट की दूरी पर है।
यूएई का पहला हिंदू मंदिर भले ही 2023 में बनकर तैयार हुआ, लेकिन इसकी कल्पना करीब ढाई दशक पहले 1997 में बीएपीएस संस्था के तत्कालीन प्रमुख स्वामी महाराज ने की थी।
2019 में रखी गई थी मंदिर की नींव
अप्रैल 2019 में यूएई के पहले हिंदू मंदिर का शिलान्यास हुआ था। लगभग 5,000 भक्त बीएपीएस हिंदू मंदिर के शिलान्यास समारोह में भाग लेने और देखने के लिए एकत्र हुए थे। यह समारोह मंदिर के निर्माण की शुरुआत का प्रतीक था। आधारशिला रखने के बाद भारत की तीन प्रमुख पवित्र नदियों गंगा, यमुना एवं सरस्वती से लाया गया जल पत्थरों पर अर्पित किया गया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप, जापान, अफ्रीका, चीन, दक्षिण पूर्व एशिया, ऑस्ट्रेलिया और कई अन्य देशों के भक्तों और स्वयंसेवकों ने भाग लिया था।
क्या है मंदिर की खूबी?
अबू धाबी में बना हिंदू मंदिर 108 फीट है। इसमें 40,000 क्यूबिक फीट संगमरमर, 1,80,000 क्यूबिक फीट बलुआ पत्थर, 18,00,000 ईंटों का इस्तेमाल किया गया है। मंदिर में 300 सेंसर लगाए गए हैं।