कल से दिल्ली में हैं कमलनाथ और नकुल नाथ; क्या पार्टी की अनदेखी से कांग्रेस से दूर हुए कमल नाथ?
पूर्व सीएम कमलनाथ और नकुला नाथ शनिवार से दिल्ली में हैं। अचानक दिल्ली पहुंचे के बाद से ही उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चाओं ने जोर पकड़ा था। दिल्ली एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने भाजपा में जाने की बात से न तो इनकार किया था और न ही इकरार किया था। उन्होंने कहा था जब ऐसा कुछ होगा तो बताऊंगा।
कमलनाथ गए तो कई विधायक भी भाजपा में जा सकते हैं
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का भाजपा में शामिल होना कांग्रेस के लिए एक बहुत बड़ा झटका होगा। क्योंकि, उनके साथ कई विधायक भी भाजपा में जा सकते हैं। मप्र में कांग्रेस के 66 विधायक हैं, सूत्रों की माने तो इनमे से 23 विधायक कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस छोड़ सकते हैं। इसके अलावा कई महापौर और जिला अध्यक्षों के भी कांग्रेस से किनारा करने की चर्चा है।
पीएम मोदी और शाह से मिल सकते हैं कमलनाथ
दिल्ली भाजपा का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन चल रहा है, जिसका आज रविवार को समापन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समापन सत्र को संबोधित करेंगे। इसके बाद कमलनाथ और नकुल पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं।
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद से ही कमल नाथ हाशिए पर चल रहे थे, पार्टी ने उन्हें कोई जिम्मेदारी भी नहीं दी थी। इसके साथ ही कमल नाथ की राहुल गांधी से खटास भी उनके कांग्रेस से दूरी की वजह मानी जा रही है।
दरअसल, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस (Congress) को करारी हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद हार का ठिकरा कमल नाथ के सिर पर फूटा और राहुल गांधी की नाराजगी के बाद कमल नाथ को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाकर जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया, यहां तक कि कमल नाथ को सदन में नेता प्रतिपक्ष तक का पद नहीं दिया गया और उमंग सिंघार को यह जिम्मेदारी सौंपी गई। इसके बाद से ही कमल नाथ प्रदेश की राजनीति से दूर चल रहे थे और उन्होंने दिल्ली जाने का मन बना लिया था।