यूपी/बरेली; हनीट्रैप मामला- सिपाही व दरोगा हुए फरार, दोनों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू!

बरेली में युवती के साथ मिलकर हनीट्रैप गैंग चलाने वाले सिपाही व दरोगा फरार हो गए। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। वहीं पूरे मामले में एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने दोनों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू करा दी है। वहीं इस गैंग में शामिल कथित पत्रकार भी फरार हैं, जिसमें व्यापारी की तरफ से पुलिस ने केस दर्ज किया।

रामपुर के व्यापारी ने इंस्पेक्टर किला हरेंद्र सिंह को बताया कि बरेली में परसाखेड़ा में सचित रस नाम से एक बेकरी है। शनिवार को भोजीपुरा के धौराटांडा निवासी नावेद, किला के लीची बाग निवासी चांद अलवी और आजाद मेरे पास आए। तीनों 11 बजे एक लड़की से मिलवाने के नाम पर 2 हजार रुपए ले गए।

रात में 11:30 बजे कॉल पर मिनी बाईपास स्थित अशोका होटल में बुलाया गया। जहां पर वह कमरा नंबर 101 में सानिया नाम की लड़की से बात की। जिसके बाद पता चला कि सानिया किसी से बात कर रही थी कि रुम के बाहर आ जाना। सानिया ही सिपाही और दरोगा का होटल के रूम से मैसेज कर पूरा अपडेट दे रही थी।

दरोगा के साथ चलती थी पार्टी

पुलिस की जांच में आया है कि दरोगा सौरभ कुमार, सिपाही कोलेंद्र, सानिया की एक साथ पार्टी चलती थी। हालांकि सानिया का अभी सुराग नहीं लगा है। जिसमें सानिया से ही पूछताछ में सामने आया कि वह पूर्व में किन किन को हनीट्रैप में फंसा चुकी है। व्यापारी से पुलिस ने मामला निपटाने के बदले 7 लाख रुपये की मांग की। रुपये न देने पर रेप में जेल भिजवाने की धमकी देने लगे। पीड़ित ने 2.5 लाख रुपये देने की बात कही। जिसके बाद पीड़ित व्यापारी रात में अपनी बेकरी पर पहुंचा। इस बीच मौका पाकर बेकरी संचालक ने डायल 112 कॉल कर कहा कि मेरा अपहरण करने कुछ लोग आए हैं। जिसके बाद किला इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह ने एसएसपी को पूरे मामले की रिपोर्ट दी।