पूर्व मंत्री आबिद रजा का सपा से इस्तीफा; राष्ट्रीय सचिव पद की संभाल रहे थे जिम्मेदारी!
बदायूं से पांच बार सांसद रह चुके सलीम इकबाल शेरवानी का सपा के महासचिव पद से इस्तीफा देने के बाद अब पूर्व मंत्री आबिद रजा ने भी इस्तीफा दिया है। आबिद सपा में राष्ट्रीय सचिव के पद पर थे। उन्होंने अपने इस्तीफे में सपा मुखिया अखिलेश यादव पर मुसलमानों के साथ इंसाफ न करने का आरोप भी लगाया है।
आबिद रजा की ओर से भेजे गए इस्तीफे में हिंदू व मुस्लिम वोटबैंक को न सहेज पाने की बात लिखी है। साल 2017 के बाद से पूर्व केबिनेट मंत्री आजम खां की तस्वीर सपा के पोस्टरों से नदारद रहने का भी जिक्र किया है। यह भी लिखा है कि पार्टी कमजोर होने के कारण तीसरी बार फिर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। किसी एक पार्टी का भय दिखाकर मुसलमानों से सपा के पक्ष में वोटिंग कराना जायज नहीं है। यह भी जिक्र है कि मुसलमानों का काम सपा में केवल माइक लगाना और दरी बिछाना ही बचा है।
बदायूं लोकसभा सीट से पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद से ही सपा में खींचतान शुरू हो गई थी। इसी दौरान राज्यसभा की तीन सीटों के लिए भी सपा के प्रत्याशी घोषित कर दिए। सलीम शेरवानी को दरकिनार कर दिया गया। इसके बाद नाराज शेरवानी ने राष्ट्रीय महासचिव पद छोड़ दिया। आबिद रजा ने भी शेरवानी को राज्यसभा प्रत्याशी न बनाए जाने पर आबिद ने उसी दिन बागी तेवर अपना लिए थे। इसके बाद यादव मुस्लिम गठजोड़ बनाए रखने के लिए बदायूं लोकसभा सीट से धर्मेंद्र यादव का टिकट काटकर शिवपाल सिंह यादव को प्रत्याशी बना दिया गया।