बरेली; 25 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार हुआ चाइल्ड लाइन कोऑर्डिनेटर!
उत्तर प्रदेश पुलिस के भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एसीओ) ने शुक्रवार को यहां चाइल्ड लाइन के कोऑर्डिनेटर को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने यह जानकारी दी। भ्रष्टाचार निवारण संगठन बरेली मंडल के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) यशपाल सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता संतोष साहू द्वारा की गयी शिकायत के आधार पर जाल बिछाया गया।
भ्रष्टाचार निवारण संगठन की गठित ट्रैप टीम के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार एवं टीम के सदस्यों ने बाल कल्याण समिति के समन्वयक सौरभ गंगवार को रिश्वत की रकम 25 हजार रुपये लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि टीम के प्रभारी निरीक्षक कुमार ने सौरभ गंगवार व सम्बन्धित के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही करते हुये कोतवाली बरेली में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करायी है और मामले में अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।
ये है मामला-
इज्जतनगर थाना क्षेत्र के एक गांव की किशोरी की हाल ही में परिजनों ने शादी कर दी थी। बाल कल्याण समिति में इसकी शिकायत हुई थी कि बालिग होने से तीन महीने पहले ही किशोरी की शादी कर दी गई है। इसकी जांच की जा रही थी। आरोप है कि चाइल्ड लाइन का कोआर्डिनेटर सौरभ गंगवार और काउंसलर रिया किशोरी के घर पहुंच गए।
उन्होंने किशोरी के माता-पिता को धमकाया कि आपने अपनी नाबालिग बेटी की शादी की है, इसलिए आपको जेल जाना होगा। अगर जेल नहीं जाना है और काम कराना है तो 25 हजार रुपये देने होंगे। सौरभ ने कहा कि आपका काम बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष दिनेश चंद्र से करा दूंगा। आपको अपनी बेटी को समिति के समक्ष पेश कराना होगा। इसके लिए एक शपथ पत्र हमारे बताए अनुसार बनवाना होगा।
इसी क्रम में लड़की को शुक्रवार को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। समिति के निर्देश पर सौरभ गंगवार ने शिकायतकर्ता को साथ ले जाकर नोटरी शपथपत्र बनवाया। इसके बाद सैनिक पेट्रोल पंप के पास रिश्वत के रूप में 25 हजार रुपये सौरभ गंगवार ने ले लिए। चूंकि मामले में एंटी करप्शन टीम के पास पहले से ही शिकायत हो चुकी थी तो टीम आसपास ही मौजूद थी। ट्रैप टीम प्रभारी इंस्पेक्टर सुनील कुमार और उनकी टीम के सदस्यों ने बीच सड़क पर ही सौरभ को पकड़ लिया। उसकी पीछे की जेब से वही नोट बरामद किए गए जो टीम ने रखवाए थे।
शुरुआत में सौरभ माजरा समझ नहीं पाया तो उसने टीम से भिड़ने की कोशिश की। बहस होती देख मौके पर भीड़ लग गई। सादा कपड़ों में एंटी करप्शन टीम को लोग पहचान नहीं सके और दो पक्षों का विवाद समझकर वीडियो बनाने लगे। हालांकि हकीकत पता लगते ही लोग हट गए। टीम ने सौरभ के हाथ धुलवाए तो वह गुलाबी हो गए। इसके बाद टीम उसे कोतवाली ले गई, जहां उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है।