दुर्लभ संयोग में हनुमान जन्मोत्सव आज, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व!
आज हनुमान जन्मोत्सव का पर्व देशभर में मनाया जा रहा है। हनुमानजी कलयुग के जाग्रत एवं सर्वाधिक पूजे जाने वाले भगवान शिव के ग्यारहवें अवतार हैं। हनुमान जी की आराधना से बड़ी से बड़ी बाधा तुरंत टल जाती है और सुख,शांति,आरोग्य एवं लाभ की प्राप्ति होती है। नकारात्मक शक्तियां भी हनुमानजी के भक्तों को परेशान नहीं करती।
आज देशभर में हनुमान जन्मोत्सव का पर्व मनाया जा रहा है। इस मौके पर विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में तड़के भस्म आरती की गई। महाकाल का दूध, दही, गंगाजल, फलों आदि से अभिषेक किया गया। आज हनुमान जयंती के मौके पर महाकाल का विशेष श्रृंगार किया गया है जिसमें बाबा भोलेनाथ को हनुमानजी का स्वरूप दिया गया।
आज हनुमान जी को जरूर अर्पित करें जनेऊ
आज कलयुग के देवता माने जाने वाले भगवान हनुमान का जन्मोत्सव है। भगवान हनुमान जल्द प्रसन्न होने वाले देवता हैं। हनुमान जन्मोत्सव पर इनकी विशेष पूजा बहुत ही फलदायी मानी जाती है। हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर हनुमान जी को जनेऊ जरूर अर्पित करना चाहिए। हनुमानजी अपने कंधे पर मूंज का जनेऊ धारण करते हैं। यदि आपको किसी कार्य में लगातार असफलता मिल रही है तो हनुमान जी को जनेऊ चढ़ाएं। जनेऊ चढ़ाने से दुर्भाग्य से मुक्ति मिलती है।
हनुमान जन्मोत्सव पूजा विधि
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और फिर सूर्य देव को जल अर्पित करते हुए पूजा का संकल्प लें। फिर उत्तर-पूर्व दिशा में चौकी रखें और उस पर लाल कपड़ा बिछा दें। फिर चौकी पर हनुमान जी और भगवान राम की प्रतिमा रखें। फिर हनुमान जी को जनेऊ, लंगोट,चोला, सिंदूर, तुलसीपत्र और पान का बीड़ा चढ़ाते हुए हनुमान जी की पूजा आरंभ करें।
हनुमान जयंती की पूजा के लिए आज तीन शुभ मुहूर्त हैं। पहला मुहूर्त सुबह 9 बजकर 3 मिनट से शुरू होकर 10 बजकर 41 मिनट तक है। पूजा का दूसरा मुहूर्त सुबह 11 बजकर 53 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक रहेगा। वहीं आज पूजा का तीसरा मुहूर्त रात में 8 बजकर 14 मिनट से 9 बजकर 35 मिनट तक का है।
आज हनुमान जन्मोत्सव पर ग्रहों का शुभ संयोग
आज रामभक्त भगवान हनुमान का जन्मोत्सव है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार बजरंगबली का प्रागट्य चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि,मंगलवार और चित्रा नक्षत्र में हुआ था। आज हनुमान जयंती पर ग्रहों का दुर्लभ संयोग बना हुआ है। आज मंगलवार है और पूर्णिमा तिथि सूर्योदय के साथ ही शुरू हो गई है। आज सिद्धि, पारिजात, पर्वत और अधियोग का संयोग बना हुआ। इन चार शुभ योग के कारण हनुमान जी की पूजा बहुत ही शुभफलदायी हो गई है।
आज मंगलवार होने के साथ-साथ रवि योग, चित्रा नक्षत्र का संयोग भी है। इसके अलावा ग्रहों का संयोग भी दुर्लभ रूप से बना हुआ है। मीन राशि जो कि गुरु ग्रह की राशि है, इसमें कई ग्रहों की युति बनी हुई है। मीन राशि में पंचग्रही योग का संयोग है। इसके अलावा मेष राशि में बुध और सूर्य की युति से बुधादित्य योग, मंगल के उच्च राशि मीन में होने से मालव्य योग भी बना है। इतने सारे शुभ योग में हनुमान जयंती पर भगवान हनुमान की पूजा करने पर विशेष फलदायी रहेगा।