बरेली: प्रधानमंत्री की सुरक्षा का था मामला, फिर भी लापरवाही; एक्सईएन के खिलाफ जांच शुरू!

रेली के आंवला में प्रधानमंत्री की जनसभा के लिए हेलीपैड बनाने में चूक प्रकरण में पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता के खिलाफ जांच शुरू हो गई है। प्रकरण में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ही शिकायतकर्ता हैं। उन्होंने निर्वाचन आयोग व शासन को मामले में पत्र लिखा था। इस मामले में शासन ने सुस्पष्ट आख्या संस्तुति सहित उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

बता दें 25 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित जनसभा आलमपुर जाफराबाद में होने की जानकारी प्रशासन को 21 अप्रैल को मिली थी। इसी दिन जिलाधिकारी व तत्कालीन एसएसपी सुशील घुले ने मौके का निरीक्षण किया था। पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता राजीव अग्रवाल को मौके पर ही हेलीपैड बनाने के निर्देश दिए गए थे।

इस प्रकरण में जिलाधिकारी की ओर से की गई शिकायत में बताया गया कि राजीव को स्पष्ट रूप से बताया गया था कि इसका खर्च सरकार उठाएगी। इसलिए वह प्रधानमंत्री के आगमन के लिए सुरक्षा की दृष्टि व मानकों के अनुरूप हेलीपैड का काम 22 अप्रैल तक पूरा कर लें। इसके बाद एसपीजी 23 अप्रैल को हेलीकॉप्टर की ट्रायल लैंडिंग कराएगी। इसके बाद भी निर्देशों को गंभीरता से नहीं लेकर काम देरी से शुरू किया और धीमी गति से हुआ।

आरोप है कि कार्यक्रम प्रभारी अधिकारी बीडीए के उपाध्यक्ष और कानून व्यवस्था के लिए नामित नोडल अधिकारी अपर जिलाधिकारी के बार-बार कहने पर भी बातों को अनसुना किया गया। हेलीपैड के निर्माण और सुरक्षा संबंधी बैरिकेडिंग का काम 23 अप्रैल की शाम तक पूरा नहीं हो सका।