बरेली; सेना कैंटीन में नौकरी का झांसा देकर की ठगी, गिरफ्तार!

बरेली में सेना की कैंटीन में नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले बदायूं निवासी युवक को सेना इंटेलीजेंस और कैंट पुलिस ने पकड़ लिया। कैंट थाने में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सेना इंटेलिजेंस और एजेंसियों ने उससे पूछताछ की है।

सुभाषनगर क्षेत्र निवासी सुधांशु की मुलाकात दस दिन पहले जिला बदायूं के बिनावर निवासी मुश्ताक से कैंट के वीरांगना चौक पर हुई थी। मुश्ताक ने अपना नाम सुरेंद्र ठाकुर बताया। सुधांशु से कहा कि उसकी सेना में अच्छी पकड़ है। मुश्ताक ने सुधांशु को सेना कैंटीन में 30 हजार रुपये प्रतिमाह के वेतन की नौकरी दिलाने का झांसा दिया। मुश्ताक ने यह शर्त रखी कि उसे चार पांच और लोगों को नौकरी के लिए लेकर आना पड़ेगा।

मुश्ताक की बातों पर विश्वास कर सोमवार को सुधांशु अपने दस्तावेज और 25 हजार रुपये लेकर कैंट में सेंट मारिया स्कूल के पास पहुंच गए। सुधांशु ने 25 हजार रुपये और शैक्षिक दस्तावेज मुश्ताक को दे दिए। मुश्ताक 25 हजार रुपये और मांगने लगा।

पहले भी पकड़े ठग, पुलिस नहीं कर सकी कार्रवाई
कैंट क्षेत्र में अक्सर ऐसे शातिर ठग घूमते हैं जो सेना में नौकरी लगवाने का झांसा देकर बेरोजगारों को अपना शिकार बनाते हैं। पिछली साल उत्तराखंड के सितारगंज निवासी विक्की मंडल ने मेडिकल परीक्षण के लिए बरेली कैंट आए अल्मोड़ा निवासी युवकों से पास कराने और नौकरी दिलाने का झांसा देकर 11 लाख रुपये की ठगी की थी।

सेना इंटेलिजेंस ने पीड़ितों की शिकायत पर बड़ी मुश्किल से विक्की मंडल को पकड़ा था। कैंट थाने में मुकदमा भी दर्ज किया गया था लेकिन एक दरोगा ने विक्की मंडल को थाने से जमानत देकर मामला निपटा दिया। बेरोजगारों ने गंभीर आरोप लगाए तो एसएसपी ने सीओ टू को जांच भी सौंपी थी। सूत्र बताते हैं कि गंभीर आरोपों के बावजूद कार्रवाई ठंडे बस्ते में डाल दी गई।