साल का पहला सूर्य ग्रहण आज; भारत में नहीं देगा दिखाई!
सोमवार को सोमवती अमावस्या के मौके पर साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. भारतीय समयानुसार यह सूर्य ग्रहण आज की रात लगेगा. यह पूर्ण सूर्य ग्रहण है और बीते 5 दशकों से ज्यादा समय में लगे सूर्य ग्रहण में सबसे लंबा सूर्य ग्रहण है. चूंकि हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण को अच्छा नहीं माना गया है, ऐसे में लोग असमंजस में हैं कि आज सोमवती अमावस्या पर सूर्य ग्रहण के सूतक काल के चलते स्नान-दान करें या नहीं. तो आइए जानते हैं इस सूर्य ग्रहण के समय, सूतक काल, शुभ-अशुभ प्रभाव समेत सारी डिटेल्स.
भारत में कितने बजे लगेगा सूर्य ग्रहण?
भारतीय समयानुसार 8 अप्रैल 2024 को लग रहा साल का पहला सूर्य ग्रहण रात 9 बजकर 12 मिनट से शुरू होगा और देर रात 2 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा. इस तरह सूर्य ग्रहण की अवधि 5 घंटे 10 मिनट होगी.
सूर्य ग्रहण का सूतक काल
सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है. सूतक काल में पूजा-पाठ, शुभ कार्य से लेकर खाने-पीने तक की मनाही होती है. लेकिन सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण का सूतक काल तभी मान्य होता है जब वह नजर आए. चूंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा, लिहाजा इसका सूतक काल भी भारत में नहीं माना जाएगा. ऐसे में सोमवती अमावस्या पर किए जाने स्नान-दान, पूजा-पाठ, पितरों की आत्मा की शांति के लिए किए जाने वाले दान-पुण्य आदि पर कोई असर नहीं होगा और पूरे दिन यह कार्य किए जा सकेंगे.
कहां-कहां नजर आएगा सूर्य ग्रहण
8 अप्रैल की रात को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. यह सूर्य ग्रहण पश्चिमी यूरोप, पेसिफिक, अटलांटिक, आर्कटिक, मेक्सिको, उत्तरी अमेरिका (अलास्का को छोड़कर), कनाडा, मध्य अमेरिका, दक्षिण अमेरिका के उत्तरी भागों में, इंग्लैंड के उत्तर पश्चिम क्षेत्र और आयरलैंड में नजर आएगा. अमेरिका के कुछ राज्यों में तो सूर्य ग्रहण के चलते अंधेरा छा जाएगा.
यह सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा, लिहाजा इसका सूतक काल भी यहां मान्य नहीं होगा. हालांकि ज्योतिष के अनुसार सूर्य ग्रहण का सभी राशि वाले लोगों पर शुभ-अशुभ असर हो सकता है. यह सूर्य ग्रहण वृषभ, मिथुन, कर्क और सिंह राशि वालों के लिए शुभ फल दे सकता है. वहीं मेष, वृश्चिक, कन्या, कुंभ और धनु राशि के जातकों को सावधानी बरतने की जरूरत है.