बरेली; 3 तलाक पीड़िता ने हिंदू बन कर प्रेमी के साथ मंदिर में की शादी, बोली- आजीवन हिंदू ही रहूंगी
मारपीट का विरोध करने पर बुलंदशहर की शाहना (Triple talaq victim marries in Bareilly) को तीन तलाक देकर ससुराल से निकाल दिया गया। वैलेंटाइन डे पर तलाक पीड़िता ने सनातन धर्म अपनाकर बहेड़ी निवासी ओमप्रकाश के साथ मंदिर में सात फेरे लेकर अपना नाम शारदा रख लिया।
वैलेंटाइन डे के मौके पर बरेली में एक अनोखा मामला सामने आया है. तीन तलाक पीड़िता ने हलाला के डर से अपने प्रेमी के साथ हिन्दू रीति रिवाज से शादी कर शारदा बन गई. बुलंदशहर की रहने वाली तीन तलाक पीड़िता ने बरेली के बहेड़ी के रहने वाले प्रेमी से बुधवार को एक मंदिर में शादी कर ली। जिसके बाद खुश नजर आई और अब वो अपने प्रेमी के साथी जीवन भर रहना चाहती है।
पति और सास करते थे टॉचर्र
बुलंदशहर की शाहना ने बताया कि उसका पति नौकरी नहीं करता था। मजबूरी में उन्होंने प्राइवेट नौकरी शुरू की। जहां ससुराल में उत्पीड़न शुरू कर दिया। कभी पति बेरहमी से मारपीट करता था तो कभी सास ताने देती थी। ससुराल में बिना बुर्के के एक मिनट भी नहीं देख सकते थे। नौकरी करने पर भी ससुरालियों को आपत्ति थी।
पीड़िता ने बताया कि इतना ही नहीं नौकरी में जो भी पैसे मिलते थे पति और सास छीन लेते थे। विरोध करने पर मारपीट करता था। एक दिन पति ने मारपीट कर 3 तलाक देकर ससुराल से निकाल दिया। जहां सास ने कहा कि इस घर की दहलीज पर कदम मत रख देना।
हलाला का बनाया दबाव
दोबारा घर में रखने के लिए हलाला करने का दबाव बनाया। जिससे परेशान होकर उन्होंने पति से रिश्ता तोड़ लिया। जनवरी 2022 में यानी 2 साल पहले शाहना उर्फ शारदा की मुलाकात बहेड़ी के प्रकाश के साथ हुई। जिसके बाद दोनों दोस्ती प्यार में बदल गई।
शाहना ने बुधवार को प्रेमी प्रकाश के साथ बहेड़ी में भीटा नाथ मंदिर में शादी कर ली। शाहना ने शादी के बाद अपना नाम शारदा रख लिया। उन्होंने कहा कि शादी उन्होंने अपनी मर्जी और बिना किसी दबाव के की है। पीड़िता ने बताया कि अब मैं हिंदू बनकर ही रहूंगी,कम से कम 3 तलाक देकर तो घर से नहीं निकाला जाएगा।